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मुंबई इंडियंस:: प्रश्नों का अंबार सामने है जवाब कौन ढूंढेगा।

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मुंबई इंडियंस:: प्रश्नों का अंबार सामने है जवाब कौन ढूंढेगा।

मुंबई इंडियंस ने आईपीएल में आज अपना लगातार तीसरा मैच हारा ।ऐसा लग रहा है मानो मुंबई की टीम रोहित शर्मा के ऊपर कुछ ज्यादा ही निर्भर हो गई है , रोहित का जल्दी आउट हो जाना क्या बल्लेबाजों से सजी मुंबई की टीम को इतना प्रभावित कर देता है कि वे अपना नेचुरल गेम नहीं खेल पाते। मुंबई की टीम बल्लेबाजों से सजी है जो शायद किसी भी आईपीएल की टीम के पास नही है। रोहित ,ईशान किशन जैसे धुंआधार ओपनर , सूर्या तिलक वर्मा और पांड्या जैसा मिडिल ऑर्डर साथ ही टीम डेविड रोमारियो शेफर्ड नबी और ब्रेविस जैसे तेजतर्रार फिनिशर।हालांकि सूर्य इस वक्त नहीं है लेकिन निहाल और नमन धीर जैसे यंगस्टर कही से कम नहीं। लेकिन तीसरे मैच में इनका प्रदर्शन और पहले मैच में लगभग आसान तक लगता रन चेस का न हो पाना मुंबई के टीम मैनेजमेंट और प्लानिंग पर सवाल खड़ा करता है ,इसकी वजह क्या है यह प्रश्न मुंबई के सामने मौजूद है। पिछले आईपीएल में शानदार प्रदर्शन करने वाले निहाल क्यों टीम से बाहर है ? दूसरे मैच में हार्दिक पांड्या का स्ट्राइक रेट मुंबई के सामने सवाल खड़ा करता है ?इतनी अच्छी बैटिंग लाइन अप होने के बाद उनका सही क्रम न उतार पाना भी एक बड़ा सवाल है?उसके साथ ही प्रश्न खड़ा होता है की रोमारियो शेफर्ड जिन्होंने दूसरे मैच की दूसरी पारी में आकर शानदार कैमियो का रोल निभाया वे तीसरे मैच में बल्लेबाजी करने क्यों नहीं उतरे ?डिवाल्ड ब्रेविस को पहले मैच में खिलाकर दूसरे मैच में बाहर बैठाना और फिर तीसरे मैच में वापस ले आना मुंबई की ड्रेसिंग रूम के कंफ्यूजन को दर्शाता है। मुंबई की टीम न केवल बैटिंग में बल्कि बोलिंग में भी अपने खिलाड़ियों को उचित रूप से निखार नहीं पा रही ।जसप्रीत बुमराह हार्दिक पांड्या जैसे अच्छे स्विंग बॉलर होने के बाद भी मफाका को लगातार दो मैचों में शुरुआती ओवर देना कितना उचित है? एक मैच खेलने के बाद लुक वुड क्यों बाहर है? ऐसी क्या गलती कि मोहम्मद नबी जो बैटिंग और बोलिंग डिपार्टमेंट दोनों में अपना लोहा मनवा चुके हैं टीम से बाहर है ? जब रोमारियो शेफर्ड जो बोलिंग बैटिंग दोनों में अपना हाथ आजमा सकते है उन्हें प्लेइंग इलेवन बाहर रखा जा रहा है? क्या मुंबई पहले तीन मैचों के प्रयोग के बाद भी चौथे मैच में पुनः प्रयोग करेगी या अपनी बेस्ट 11 ढूंढ कर आने वाले मैच में वापसी करेगी। यह वही मुंबई की टीम है जिसने पिछले साल जसप्रीत बुमराह के ना होते हुए एक कमजोर बोलिंग लाइनअप से टूर्नामेंट के प्लेऑफ तक पहुंची थी और आज वही मुंबई टीम है जो ऑलराउंडर धुआंधार बल्लेबाज के साथ साथ डेथ ओवर बॉलर बुमराह आकाश मधवाल से सजी हुई है लेकिन अब तक एक भी मैच जीतने में कामयाब नहीं हो पाई । प्रश्न उठता है हार्दिक पांड्या के कप्तानी एटीट्यूड पर उनका एटीट्यूड तीन मैच हारने के बाद भी समझ से परे है छोटी-छोटी गलतियों पर वह मैदान में मिस कर गया जैसे भाव भाव दर्शाते हैं लेकिन उन छोटी-छोटी गलतियों को सुधारने का प्रयास नहीं करते। बोलिंग लाइन अप, बैटिंग लाइन अप को लेकर कप्तानी में साफ कन्फ्यूजन दिख रहा है। यह वही मुंबई की टीम है जिसने 2019 और 2020 के सीजन मात्र 13 खिलाड़ियों का प्रयोग कर जीती थी लेकिन आज टीम के चयन से लेकर हर एक चीज पर प्रश्न चिन्ह उठता हैं। जवाब मुंबई को खोजना होगा और जल्द ही क्योंकि तीन मैच की लगातार हार के बाद प्ले ऑफ क्वालीफाई करना बेहद मुश्किल हो जाता है। हालांकि विश्वास अभी भी कायम है मुंबई ने दो बार ऐसा कर दिखाया है कि जब लगातार पांच मैच और चार मैच हारने के बाद भी टीम ने फाइनल जीता है।

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harshit chourasia

।जान रहे है,खुद को धीरे धीरे, मद्धम मद्धम।